26/11 Atrack,देश को दहला देने वाले 26/11 Attack मुंबई आतंकी हमले के आरोपी Tahawwur Hussain Rana की न्यायिक हिरासत को दिल्ली की एक विशेष अदालत ने 9 जुलाई 2025 तक बढ़ा दिया है। विशेष न्यायाधीश Chander Jit Singh ने यह आदेश शुक्रवार को दिया, जब Rana को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया गया।
Rana के वकील द्वारा उसकी सेहत को लेकर चिंता जताने के बाद अदालत ने तिहाड़ जेल प्रशासन को 9 जून तक एक स्वास्थ्य रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश भी दिया है। यह रिपोर्ट यह बताएगी कि Rana की वर्तमान शारीरिक स्थिति कैसी है और उसे उचित इलाज मिल रहा है या नहीं।
गौरतलब है कि Tahawwur Rana, 26/11Attack के मुख्य साजिशकर्ता David Coleman Headley उर्फ Daood Gilani का करीबी सहयोगी है। अमेरिकी नागरिक Rana को हाल ही में भारत लाया गया है, जब अमेरिकी Supreme Court ने 4 अप्रैल को उसके प्रत्यर्पण के खिलाफ पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद पिछले महीने उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
क्या है 26/11 Attack हमला?
26 नवंबर 2008, भारतीय इतिहास का वो काला दिन था जब पाकिस्तान से आए 10 आतंकियों ने मुंबई में समंदर के रास्ते घुसकर करीब 60 घंटे तक आतंक का नंगा नाच किया। इस हमले में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन, ताज होटल, ओबेरॉय होटल और नरीमन हाउस (यहूदी केंद्र) जैसे प्रतिष्ठित स्थान निशाना बने थे। इस जघन्य हमले में 166 निर्दोष लोगों की जान चली गई, और सैकड़ों घायल हुए।

Tahawwur Rana की भूमिका
Rana पर आरोप है कि उसने Headley की भारत में यात्रा और योजनाओं में सहायता की थी। Rana ने लश्कर-ए-तैयबा और ISI से जुड़े नेटवर्क को मदद पहुंचाई, जिससे यह हमला संभव हो सका। उसकी भूमिका जांच एजेंसियों के लिए वर्षों से गंभीर चिंता का विषय बनी रही थी।
अब जब Rana भारत में न्यायिक प्रक्रिया का सामना कर रहा है, तो देश की निगाहें अदालत की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं। पीड़ित परिवार और पूरा देश इंसाफ की उम्मीद कर रहा है।