ममूटी ने किया कैंसर की अफवाहों को खारिज ,” वह रमजान के उपवास के लिए फिल्मांकन से ब्रेक पर हैं।

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By Akanksha Singh Baghel

सोशल मीडिया में ये अफवाह बहुत तेजी से उड़ रही थी कि ममूटी को कैंसर हो गया है। और इसके इलाज के लिए उन्होंने फिल्मों से ब्रेक लिया है।

सोशल मीडिया पे चल रही अफवाहों पर बोले मलयालम मेगास्टार।

ममूटी की पीआर टीम ने सभी अफवाहों को निराधार बताते हुए पुष्टि की हैं कि वह बिल्कुल ठीक है, ओर स्वस्थ है।यह दावा किया जा रहा था कि 73 वर्षीय अभिनेता की कैंसर होगया है और उन्होंने उसके इलाज के लिए फिल्मों से और शूटिंग से दूरी बना ली है। जबकि नेटिज़न्स के एक वर्ग ने कैंसर की अफवाहों को झुठला दिया हैं। उन्होंने अभी भी सुझाव दिया कि वह अस्वस्थ थे और उन्हें अस्पताल में कराया गया था।हालांकि अब यह स्पष्ट होगया है कि इन अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है और ममूटी अच्छे स्वस्थ हैं, और उन्होंने केवल ईद उल-फितर (जिसे रमजान के रूप में भी जाना जाता है) के कारण अपने व्यस्त कार्यक्रम से ब्रेक लिया है।
मेगास्टार के पीआर ने मिड -डे को बताया,” यह सब झूठी खबरें है, वह छुट्टी पर है क्योंकि वह रमजान के लिए उपवास कर रहे है। वह इस वजह से अपने शूटिंग से ब्रेक पर हैं।बल्कि ब्रेक के बाद वह मोहनलाल के साथ महेश नारायणन की फिल्म की शूटिंग पर वापस लौटेंगे।”

ममूटी की अपकमिंग फ़िल्म।


महेश नारायणन की बनाई इस फिल्म का नाम हैं,” एमएमएमएन” यह मलयालम सुपरस्टार मम्मी और मोहनलाल की ट्वेंटी:20(2008) के बाद 16 साल के अंतराल के बाद पहली फिल्म हैं,जिसमें दोनों मुख्य भूमिका में हैं। दरअसल,पिछले महीने ही ममूटी को इसके सेट पर देखा गया था। जब दक्षिण भारतीय आइकन ” नयनतारा कलाकारों में शामिल हुई थी। जिससे इस प्रोजेक्ट की स्टार- स्टडेड अपील और बढ़ गई।

इस समय सबसे अधिक प्रतीक्षित फिल्मों में से एक, एमएमएमएन में फहाद फासिल और कुंचाको बोबन भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। फिल्म की पूजा और स्विच ऑन समारोह पिछले साल नवंबर में कोलंबो, श्रीलंका में हुआ था, जिसमें ममूटी और मोहनलाल दोनों उपस्थित थे। फिल्म का निर्माण 150 दिनों के शेड्यूल में श्रीलंका, लंदन, अबू धाबी, अजरबैजान, थाईलैंड, विशाखापत्तनम, हैदराबाद, दिल्ली और कोच्चि सहित कई स्थानों पर किया गया है।

मलयालम सिनेमा की एक बड़ी हस्ती ने 1970 के दशक में दो गैर क्रेडिट भूमिकाओं में दिखाई देने के बाद 1980 में दो गैर-क्रेडिट भूमिकाओं में दिखाई देने के बाद 1980 में विल्कनंडु स्वप्नंगल के साथ अपनी पूर्ण शुरुआत की। उनके करियर ने तेज़ी से रफ़्तार पकड़ी, जिसके कारण 1987 में निर्देशक जोशी की नई दिल्ली के साथ सुपरस्टारडम की ओर उनका उदय हुआ। मोहनलाल के साथ, वे दशकों तक उद्योग में सबसे आगे रहे हैं। अपने शानदार 45 साल के करियर में, ममूटी ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए तीन राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार भी जीते हैं किसी भी भारतीय अभिनेता द्वारा दूसरा सबसे अधिक, एक रिकॉर्ड जो उन्होंने कमल हासन और अजय देवगन के साथ साझा किया है।

फिलहाल, मलयालम मेगास्टार डेब्यू डायरेक्टर डिनो डेनिस की एक्शन थ्रिलर बाजूका की रिजाल की तैयारी कर रहे हैं। जो 10 अप्रैल को सिनेमा घरों में आने वाली हैं, जो विशु सीज़न के साथ मेल खाता है। उनके बेटे दुलकर सलमान भी एक स्थापित अभिनेता हैं।

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