गिरिजा 31 मार्च को आरती कर रही थीं, इसी दौरान उनके दुपट्टे में जलते हुए दीपक से आग लग गई और वे गंभीर रूप से जल गईं. उन्हें उदयपुर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया और बाद में अहमदाबाद भेज दिया गया.कांग्रेस की सीनियर लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री Girija Vyas (79) का अहमदाबाद के एक हॉस्पिटल में निधन हो गया. वे 31 मार्च को अपने घर पर आरती करते वक्त जल गई थीं.

उनके परिवार ने गुरुवार को उनके निधन की जानकारी दी. एजेंसी के मुताबिक, गिरिजा के भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि गुरुवार शाम अहमदाबाद के अस्पताल में उनकी मौत हुई, जिसके बाद उदयपुर के एक निजी अस्पताल से अहमदाबाद रेफर किया गया था. अब उनका पार्थिव शरीर उदयपुर आ गया है. गोपाल शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को उदयपुर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
कैसा रहा 79 वर्षीय गिरिजा का राजनितिक सफर?

राज्य और केंद्र सरकार में मंत्री और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रह चुकी गिरिजा व्यास राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। उन्होंने अपना आखिरी चुनाव 2018 में उदयपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से लड़ा था, जिसमें वे भारतीय जनता पार्टी के गुलाब चंद कटारिया से हार गई थीं।सुश्री व्यास ने 1977 में उदयपुर जिला कांग्रेस प्रमुख के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। वह 1985 से 1990 तक राजस्थान में मंत्री रहीं और 1991 में पहली बार लोकसभा के लिए चुनी गईं। वह पीवी नरसिम्हा राव सरकार में सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री थीं और बाद में 2013 से 2014 तक मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्री के रूप में कार्य किया।