देश के सबसे चर्चित औद्योगिक घरानों में से एक रिलायंस ग्रुप ने हमेशा भारतीय कॉरपोरेट जगत में अपनी खास पहचान बनाई है। एक समय था जब Mukesh Ambani और Anil Ambani दोनों भाई इस साम्राज्य की बागडोर संभालते थे। लेकिन Dhirubhai Ambani के निधन के बाद व्यापारिक राहें अलग हो गईं। Mukesh Ambani ने जहां Petrochemical, Retail and Telecom के क्षेत्र में अपना परचम लहराया, वहीं Anil Ambani ने Reliance Communication, Reliance Power और Reliance Entertainment जैसे क्षेत्रों में अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश की।
Anil Ambani के संघर्ष और गिरावट का दौर
कुछ साल पहले तक Anil Ambani आर्थिक तंगी और बढ़ते कर्ज के चलते बुरे दौर से गुजर रहे थे। हालात इतने बिगड़ गए थे कि उन्हें Britain की अदालत में खुद को दिवालिया घोषित करना पड़ा। चीन की बैंकों से लिए गए कर्ज, अधूरे प्रोजेक्ट्स और बदलते बाजार के चलते Anil Ambani का कारोबारी साम्राज्य धीरे-धीरे डगमगाने लगा।
तीसरी पीढ़ी की एंट्री: Anshul और Anmol की अगुवाई
लेकिन कहते हैं कि हर अंधेरे के बाद उजाला जरूर आता है। और Anil Ambani के इस उजाले की वजह बने उनके दोनों बेटे – Jai Anmol Ambani और Jai Anshul Ambani। जब Reliance ADA Group मुश्किल दौर में था, तब दोनों बेटों ने कारोबार की कमान संभाली और सूझबूझ से एक-एक कदम आगे बढ़ाया।

आज Jai Anmol Ambani, रिलायंस कैपिटल में एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं और ग्रुप की कई कंपनियों के बोर्ड में भी निदेशक हैं। वहीं, Jai Anshul Ambani भी समूह की अहम कंपनियों में नेतृत्व की भूमिका निभा रहे हैं। दोनों भाई बेहद गंभीरता से काम कर रहे हैं, और भले ही वे अपने कजिन्स Akash और Anant Ambani की तरह सुर्खियों में न रहते हों, लेकिन उनका काम पूरे कॉरपोरेट वर्ल्ड में सराहा जा रहा है।
कर्जमुक्त हुई कंपनियां, ग्रोथ की नई उड़ान
पिछले साल Anil Ambani ने करीब 17,600 करोड़ रुपये जुटाकर अपने समूह की कर्ज की बोझ को काफी हद तक कम कर दिया। इसका नतीजा ये रहा कि Reliance Power और Reliance Infrastructure जैसी बड़ी कंपनियां अब पूरी तरह कर्जमुक्त हो चुकी हैं। साथ ही इन कंपनियों के शेयरों में भी जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है।
भविष्य की दिशा: Green Energy और Defence Sector
अब Anil Ambani और उनके दोनों बेटों का फोकस Green Energy, Defence Manufacturing और Infrastructure Sector पर है। वे न सिर्फ अपने व्यापार को विस्तार दे रहे हैं, बल्कि भारत के आत्मनिर्भर अभियान में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
Anil Ambani की कहानी है फिर से उठ खड़े होने की प्रेरणा
Anil Ambani की कहानी सिर्फ कॉरपोरेट जगत की नहीं, बल्कि संघर्ष, परिवार, और दृढ़ निश्चय की कहानी है। Anshul और Anmol Ambani ने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी साम्राज्य दोबारा खड़ा किया जा सकता है।
Reliance ADA Group की ये नई यात्रा न केवल कारोबारी सफलता की मिसाल है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा भी है।