World Brain Tumour Day
सुबह नींद खुलते ही तेज सिरदर्द, थकान और बातें भी भूल रहें तो इसे हल्के में कतई न लें। लंबे समय से इन परेशानियों ने घेरा है तो यह Brain Tumour भी हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, मोबाइल पर घंटों बातें, नींद की कमी, प्रदूषण, नशा, मानसिक तनाव के अलावा गलत खानपान Brain Tumour की कारण है।

भारत में हर साल 25 हजार लोगों की मौत का कारण ब्रेन ट्यूमर बन रहा है। सभी तरह के कैंसर के 1.6 प्रतिशत मामले ब्रेन ट्यूमर के होते हैं। बता दें कि इसका पहला मरीज 1886 में संयुक्त राज्य अमेरिका में मिला था। न्यूरॉन्स कोशिकाओं का बढ़ना है वजह : Brain Tumour ठीक ऐसा ही है जो न्यूरॉन्स के बीच कोशिकाओं के बढ़ने के कारण होता है। आमतौर पर ये ट्यूमर कैंसर वाले नहीं होते हैं पर कुछ स्थितियों में इससे कैंसर का जोखिम हो भी सकता है। GSVM ( गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल ) मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेन ट्यूमर के इलाज से 60% मरीज कतराते हैं। उन्हें इस बात का डर होता कि कहीं गंभीर मर्ज न सामने आ जाए। महीनों लक्षणों की अनदेखी से मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है और वे वेंटिलेटर तक पहुंच जाते हैं।
यदि ऐसा है आपके साथ तो हो जाए सावधान
सुबह जागने के बाद तेज और लगातार सिरदर्द
सुबह के समय या खाली पेट यदि मितली आए
हाथ-पैर सुन्न या कमजोरी व्यवहार में बदलाव व शरीर का संतुलन बिगड़ना
क्या कहते हैं आंकड़े ?
60% मरीज डर से ब्रेन ट्यूमर के इलाज से कतरातें हैं
20% युवा गंभीर हालत में हर साल पहुँच रहे
15% मरीजों की संख्या पांच साल में बढ़ी

इन तरीकों से बचाव
संभव पर्याप्त नींद लेने के साथ तनाव से रहें दूर धूम्रपान और शराब से बीमारी का खतरा प्रदूषण वाले स्थान पर कम से कम रहें । नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाएं । परिवार में यदि इस बीमारी का इतिहास रहा हो तो पहले से ही सतर्क रहें। जल्दी पहचान से इलाज संभव है ।