Amit Shah ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की जमकर तारीफ की। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि “आतंकवाद का माकूल और निर्णायक जवाब मोदी के अलावा कोई नहीं दे सकता।”
शाह का यह बयान देश की सुरक्षा नीति और आगामी चुनावी रणनीति की दिशा को दर्शाता है।
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने देश को न केवल विकास की दिशा में आगे बढ़ाया है, बल्कि आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के मोर्चे पर भी कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसे कड़े कदमों का ज़िक्र करते हुए कहा कि ये वही कर सकता है जिसमें राजनीतिक इच्छाशक्ति और साहस हो — और वो नेता नरेंद्र मोदी हैं।

“पहले की सरकारें सिर्फ बयान देती थीं, लेकिन मोदी सरकार ने आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब दिया है,”
शाह ने कहा।
शाह ने यह भी आरोप लगाया कि पिछली सरकारें आतंकवाद को गंभीरता से नहीं लेती थीं, जिसके चलते देश को कई वर्षों तक भारी नुकसान उठाना पड़ा। लेकिन मोदी सरकार ने आतंक के खिलाफ एक स्पष्ट और सशक्त नीति अपनाई, जिससे दुश्मनों को कड़ा संदेश गया।
राजनीतिक विश्लेषण
विशेषज्ञों का मानना है कि अमित शाह का यह बयान भाजपा की उस राष्ट्रवाद-आधारित रणनीति का हिस्सा है, जो पार्टी लंबे समय से अपनाती रही है। सुरक्षा और आतंकवाद जैसे मुद्दों को केंद्र में रखकर पार्टी जनता के बीच “मजबूत नेतृत्व” की छवि बनाना चाहती है।
निष्कर्ष
Amit Shah का यह बयान सिर्फ एक राजनीतिक दावा नहीं है, बल्कि देश की सुरक्षा नीति की दिशा भी तय करता है। ऐसे समय में जब दुनिया आतंकवाद से जूझ रही है, भारत को ऐसे ही मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है — ऐसा संकेत अमित शाह ने अपने भाषण में दिया। आपको क्या लगता है क्या अमित शाह का ये बयान सही है ? क्या मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ मुंह तोड़ जवाब दिए है? जरूर साझा करे।