Amul,दिवाली से पहले अमूल ने आम उपभोक्ताओं को बड़ी खुशखबरी दी है। अमूल (Amul) के तहत डेयरी उत्पादों की मार्केटिंग करने वाले GCMMF (Gujarat Cooperative Milk Marketing Federation) ने 700 से अधिक उत्पादों की खुदरा कीमतों में कटौती का ऐलान किया है। इस कदम का उद्देश्य जीएसटी कटौती का पूरा लाभ सीधे ग्राहकों तक पहुँचाना है। नई कीमतें 22 सितंबर 2025 से प्रभावी होंगी।
जीएसटी कटौती का लाभ: 700+ उत्पादों पर प्रभाव
जीएसटी काउंसिल की हालिया बैठक में 12% और 28% स्लैब को 5% और 18% में मर्ज करने का निर्णय लिया गया। इसके परिणामस्वरूप कई खाद्य वस्तुओं पर कर राहत मिली। अमूल ने इस राहत को ग्राहकों तक पहुँचाने का फैसला किया।
कटौती का दायरा:
- मक्खन और घी
- यूएचटी दूध और पनीर
- आइसक्रीम और बेकरी उत्पाद
- फ्रोजन स्नैक्स और कंडेंस्ड मिल्क
- चॉकलेट, पीनट स्प्रेड, माल्ट आधारित पेय
महत्वपूर्ण बदलाव
- यूएचटी दूध पर जीएसटी 5% से 0%
- पनीर, चीज़, घी और मक्खन पर कर में राहत
- पैकेज्ड पाउच मिल्क पर कोई बदलाव नहीं
GCMMF के एमडी जयेन मेहता के अनुसार, यह बदलाव उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए किया गया है।
प्रमुख उत्पादों पर नई कीमतें
नीचे प्रमुख उत्पादों की पुरानी और नई कीमतों की तुलना दी गई है:
उत्पाद | पुरानी MRP (₹) | नई MRP (₹) | बचत (₹) |
मक्खन (100ग्राम) | 62 | 58 | 4 |
घी (1लीटर) | 650 | 610 | 40 |
प्रोसेस्ड चीज ब्लॉक (1kg) | 575 | 545 | 30 |
फ्रोजन पनीर (200 ग्राम) | 99 | 95 | 4 |
यूएचटी मिल्क | कोई बदलाव नहीं | कोई बदलाव नहीं | — |
खपत बढ़ेगी, किसानों को फायदा
अमूल का मानना है कि कीमतों में कटौती से आइसक्रीम, पनीर और मक्खन जैसी वस्तुओं की खपत बढ़ेगी। भारत में डेयरी उत्पादों की प्रति व्यक्ति खपत वैश्विक औसत से बहुत कम है।
लाभ:
- मांग में वृद्धि → कारोबार में वृद्धि
- 36 लाख किसानों को प्रत्यक्ष लाभ
- Amul का टर्नओवर बढ़ेगा
इससे पहले मदर डेयरी ने भी 22 सितंबर से कीमतें घटाई थीं, जो जीएसटी राहत का हिस्सा थी।
निष्कर्ष:
दिवाली से पहले अमूल की यह पहल उपभोक्ताओं के लिए तो खुशी की खबर है ही, साथ ही यह किसानों और डेयरी कारोबार को भी मजबूती देती है। 22 सितंबर से लागू नई कीमतों के साथ उपभोक्ता अपने पसंदीदा डेयरी उत्पादों पर सीधा लाभ उठा सकते हैं।