Delhi bomb blast मामले में अल फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद सिद्दीकी हुए गिरफ्तार, ईडी ने की बड़ी कार्रवाई

Photo of author

By Puspraj Singh

Delhi bomb blast: दिल्ली ब्लास्ट मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुये अल फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने यह कार्रवाई धन दोहन के एक मामले को लेकर की है. एजेंसी ने जवाद अहमद सिद्दीकी को धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया गया है.

दरअसल ईडी ने मंगलवार को अल फलाह समूह से जुड़े परिसरों पर तलाशी ली थी. इस दौरान ईडी को परिसरों से मिले सबूतों के आधार और विश्लेषण के बाद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही यह गिरफ्तारी अल फलाह समूह के संबंध में पीएमएलए के तहत ईडी द्वारा दर्ज की गई प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट के तहत की गई है.

क्राइम ब्रांच की एफआईआर के आधार पर हुई जांच

ईडी ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के द्वारा दर्ज की गई FIR के आधार पर Al Falah University के खिलाफ जांच शुरू की. इन एफआईआर में आरोप लगाया गया कि अल फलाह यूनिवर्सिटी ने छात्रों, अभिभावकों और हितधारकों को गलत फायदे के धोखा देने के इरादे से NAAC मान्यता के धोखाधड़ीपूर्ण और भ्रामक दावे किए हैं.

एफआईआर में आगे बताया गया कि अल फलाह यूनिवर्सिटी न यूजीसी अधिनियम, 1995 की धारा 12 बी के तहत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त करने का झूठा दावा किया है. जिसका मकसद छात्रों, अभिभावकों, हितधारकों और आम जनता को धोखा देकर गलत तरीके से फायदा लेना और उन्हे नुकसान पहुंचाना है.

Al Falah University ने नहीं ली कभी यूजीसी की ये मान्यता

वहीं यूजीसी ने स्पष्ट किया कि अल फलाह यूनिवर्सिटी को लेकर केवल धारा 2 एफ के तहत एक स्टेट प्राइवेट यूनिवर्सिटी के रूप में शामिल किया गया है. अल फलाह ने कभी धारा 12 बी के तहत शामिल होने का आवेदन ही नही किया है. ऐसे में अल फलाह यूनिवर्सिटी इस प्रावधान के तहत अनुदान के लिए पात्र ही नहीं है.

ईडी ने कहा कि अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट का गठन 8 सितम्बंर 1995 के एक सार्वजनिक धर्मार्थ द्वारा किया गया था. जिसमें जवाद अहमद सिद्दीकी को पहले ट्रस्टियों में से एक और प्रबंध ट्रस्टी के रूप में नामित किया गया था.

Delhi bomb blast: ईडी ने खोला अल फलाह समूह का कच्चा चिट्ठा

इसमें आगे कहा गया कि सभी शैक्षणिक संस्थान इसी ट्रस्ट के स्वामित्व में हैं और वित्तीय रूप से मिले हुये है. जिसका नियंत्रण ट्रस्ट के चेयरमैन के पास है. 1990 के दशक से पूरे अल फलाह समूह ने तेजी स तरक्की की है, और एक बड़े शैक्षणिक निकाय के रूप में विकसित हुआ है.

ईडी ने मंगलवार को दिल्ली में 19 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया जिसमें अल फलाह यूनिवर्सिटी परिसर और Al Falah University के प्रमुख व्यक्तियों के आवासीय परिसर शामिल है. ईडी ने कहा कि इनकी जांच से पता चला कि बड़ी मात्रा में अपराधिक कमाई की गई है.

सूत्रों से पता चलता है कि ट्रस्ट ने करोड़ो रुपये पारिवारिक संस्थाओ को हस्तांतरित किये हैं. ईडी ने आगे कहा कि आरोपियों ने ये पैसे निर्माण और खानपान के ठेके ट्रस्ट और जवाद अहमद ने अपनी पत्नी और बच्चोंकी संस्थाओं को दिये हैं.

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.