दिल्ली सरकार ने छठ पर्व पर घोषित की सरकारी छुट्टी
Chhath Puja 2025 हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाने वाला छठ पर्व चार दिनों तक चलने वाला सबसे पवित्र और आस्था से जुड़ा त्योहार है। इस पर्व की शुरुआत पहले दिन ‘नहाय खाय’ से होती है, जो छठ व्रत का आधार और सबसे महत्वपूर्ण चरण माना जाता है।
नहाय खाय का महत्व
छठ पूजा का पहला दिन यानी नहाय खाय शुद्धता, अनुशासन और भक्ति का प्रतीक होता है। इस दिन व्रती सबसे पहले सुबह-सुबह पवित्र नदी, तालाब या घाट में स्नान करते हैं। यह स्नान शरीर और मन दोनों की शुद्धि का प्रतीक माना जाता है।
नहाय खाय के मुख्य अनुष्ठान
- पवित्र स्नान:
व्रती प्रातःकाल गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करते हैं। यह कर्म पापों से मुक्ति और आत्मशुद्धि का प्रतीक है। - घर की सफाई:
स्नान के बाद पूरे घर की सफाई की जाती है। स्वच्छ वातावरण में ही देवी-देवताओं का वास माना गया है। - सात्विक भोजन का सेवन:
इस दिन व्रती सात्विक भोजन करते हैं — आमतौर पर लौकी-चना दाल, चावल और शुद्ध घी। प्याज, लहसुन या मांसाहारी चीजें पूरी तरह वर्जित होती हैं। - कांसे या मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग:
पारंपरिक रूप से भोजन लकड़ी या उपले की आग पर पकाया जाता है। - आगामी उपवास की तैयारी:
यह दिन आने वाले कठोर व्रत (खरना और निर्जला उपवास) की मानसिक और शारीरिक तैयारी का प्रतीक है।
छठ पूजा 2025 की तारीख
वर्ष 2025 में छठ पूजा का पहला दिन (नहाय खाय) शनिवार, 25 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा।
चार दिन का क्रम इस प्रकार है –
- नहाय खाय – 25 अक्टूबर (शनिवार)
- खरना – 26 अक्टूबर (रविवार)
- संध्या अर्घ्य – 27 अक्टूबर (सोमवार)
- उषा अर्घ्य – 28 अक्टूबर (मंगलवार)
दिल्ली सरकार द्वारा छठ पर्व पर सरकारी अवकाश
दिल्ली में पूर्वांचल समुदाय की बड़ी जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने छठ पूजा के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।
वर्ष 2024 में भी दिल्ली सरकार ने 7 नवंबर 2024 को छठ पर्व पर छुट्टी घोषित की थी।
2025 में भी छठ के मुख्य दिन (27 अक्टूबर) को सार्वजनिक अवकाश रहेगा।
यह निर्णय इसीलिए लिया गया ताकि लोग निर्बाध रूप से पूजा-अर्चना कर सकें और घाटों पर परिवार सहित श्रद्धा से अर्घ्य अर्पित कर सकें।
दिल्ली में घाटों की तैयारी
दिल्ली सरकार और नगर निगम ने इस वर्ष विशेष व्यवस्था की है –
लगभग 1300 से अधिक घाटों पर छठ पूजा की तैयारी की जा रही है।
नदी किनारे अस्थायी मंच, टेंट और लाइटिंग की व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, मोबाइल टॉयलेट, और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
आपात स्थिति में मदद के लिए एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीम भी मौजूद रहेगी।
पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान
दिल्ली सरकार ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्लास्टिक का उपयोग न करें और प्राकृतिक अर्घ्य सामग्री (जैसे फल, फूल, और मिट्टी के दीपक) का प्रयोग करें।
साथ ही, यमुना नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए
इको-फ्रेंडली पूजा सामग्री के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
घाटों पर कचरा प्रबंधन टीम की तैनाती भी की गई है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामूहिक आयोज्य
Chhath Puja 2025 के अवसर पर दिल्ली के कई इलाकों में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
सरकार ने 200 से अधिक स्थानों पर संगीत और लोकनृत्य के आयोजन की योजना बनाई है।
लोकगीतों और पारंपरिक संगीत के साथ श्रद्धालुओं के लिए वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बनाया जाएगा।