Delhi Red Fort Blast: पुलवामा के डॉक्टर उमर नबी पर गहराया शक, जांच में खुला ‘डॉक्टर मॉड्यूल’ का राज
घटना: दिल्ली के लाल किले के पास धमाका
दिल्ली में सोमवार को लाल किले के पास खड़ी एक i20 कार में जोरदार धमाका हुआ। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू की तो कार की पहचान पुलवामा निवासी डॉ. उमर नबी के नाम पर हुई। यह वही नाम है जिसने जांच एजेंसियों को चौंका दिया।
जांच की दिशा — “डॉक्टरों का आतंकी मॉड्यूल”
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उमर नबी कुछ समय से सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में था। अब शक है कि वह डॉक्टरों के एक सफेदपोश नेटवर्क का सरगना था, जो जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मॉड्यूल को सपोर्ट कर रहा था। एजेंसियां अब इस मॉड्यूल में अन्य डॉक्टरों और मेडिकल स्टूडेंट्स की भूमिका भी खंगाल रही हैं।
पुलवामा में छापे और पूछताछ
धमाके के बाद सोमवार रात पुलवामा के कोइल गांव में पुलिस ने उमर के घर पर छापा मारा।
उसके भाई जहूर इलाही और आशिक हुसैन को हिरासत में लिया गया।
पिता गुलाम नबी से पूछताछ की गई।
मां का डीएनए सैंपल लिया गया।
परिवार के मुताबिक, उन्हें उमर की संलिप्तता की कोई जानकारी नहीं थी। भाभी मुजम्मिला अख्तर ने बताया कि उमर ने घटना से तीन दिन पहले फोन पर कहा था, “तीन दिन में घर लौट आऊंगा।”
उमर की पृष्ठभूमि: NEET टॉपर से संदिग्ध तक
उमर नबी NEET-PG के राज्य टॉपरों में से एक था।
एमबीबीएस: सरकारी मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर
एमडी: जीएमसी श्रीनगर
नौकरी: अल फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद (सहायक प्रोफेसर)
वह कुछ समय पहले तक जीएमसी अनंतनाग में भी कार्यरत था। सूत्रों का कहना है कि उसकी सगाई श्रीनगर की एक डॉक्टर से हुई थी।
दूसरा नाम: मुजम्मिल गनई की गिरफ्तारी
Delhi Red Fort blast केस में मुजम्मिल गनई नाम का एक और डॉक्टर गिरफ्तार हुआ है, जो उमर के गांव से महज एक किलोमीटर की दूरी पर रहता है।
उसने 2017 में जम्मू के बत्रा मेडिकल कॉलेज (ASCOMS) से MBBS पूरा किया।
SKIMS श्रीनगर में काम करने के बाद वह भी अल फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद में शामिल हुआ।
पुलिस को उसी की जानकारी से विस्फोटक और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा मिला।
गनई की गिरफ्तारी के बाद उसकी बहन असमत शकील की शादी (जो 10 नवंबर को होनी थी) स्थगित कर दी गई।
जांच में नया नाम — डॉ. अदील मजीद राथर
मुजम्मिल गनई से पूछताछ में पुलिस को कुलगाम के काजीगुंड निवासी डॉ. अदील मजीद राथर का भी नाम मिला है, जो अब जांच एजेंसियों के रडार पर है।
आगे की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनआईए और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीमें अब फरीदाबाद और श्रीनगर दोनों जगहों से डिजिटल व मटेरियल सबूत जुटा रही हैं। पुलिस का कहना है कि मॉड्यूल में शामिल अन्य लोगों की धरपकड़ जारी है।