क्या थी घटना?
Pahalgam Attack 2025,22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले की बैसरन घाटी में हमला हुआ।
हथियारबंद आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की।
इस हमले में 26 लोग मारे गए और 17 घायल हुए।
चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकियों ने लोगों से उनका नाम और धर्म पूछा।
उन्होंने विशेष रूप से हिंदू पहचान वाले पर्यटकों को निशाना बनाया।
गिरफ्तारी और नया मोड़
हमले के कुछ दिनों बाद मोहम्मद यूसुफ कटारी को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में उसने कई राज खोले।
कटारी ने बताया कि वह तीन आतंकियों — सुलेमान उर्फ आसिफ, जिबरान और हमजा अफगानी — से चार बार मिला था।
उसने दुर्गम इलाकों में उनकी मदद की और उन्हें एंड्रॉयड फोन का चार्जर दिया।
चार्जर बना मुख्य सुराग
मुठभेड़ स्थल से एक टूटा हुआ मोबाइल चार्जर मिला।
जांच एजेंसियों ने इसे ट्रेस किया और असली मालिक तक पहुंचीं।
कटारी ने कबूल किया कि चार्जर उसी का था।
यही छोटा सुराग पुलिस को सीधे आरोपी तक ले गया।
खानाबदोश छात्रों के बहाने आतंकी संपर्क
कटारी खानाबदोश बच्चों को पढ़ाता था।
पुलिस को शक है कि यह शिक्षण उसका असली मकसद नहीं था।
संभावना है कि वह इसी बहाने आतंकियों से संपर्क बनाए रखता था।
अब जांच एजेंसियां यह पता लगा रही हैं कि क्या वह आतंकवादी संगठन का भर्ती एजेंट था।
ऑपरेशन महादेव में आतंकियों का खात्मा
हमले के बाद सेना ने ऑपरेशन महादेव शुरू किया।
सुरक्षा बलों ने तीनों आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया।
इलाके में कई ठिकाने भी नष्ट किए गए।
मौके से हथियार और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
पहलगाम और आसपास के लोग अब भी सदमे में हैं।
नागरिकों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
कई स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी।
पंचायतों ने ग्रामीण इलाकों में CCTV कैमरे और चेकपोस्ट बढ़ाने की मांग की।
लोगों का कहना है कि सुरक्षा और निगरानी ही अब सबसे बड़ी जरूरत है।
पर्यटन पर असर और नई सुरक्षा योजना
पहलगाम कश्मीर का लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
हमले के बाद कुछ समय तक पर्यटक नहीं आए।
सरकार ने तुरंत सुरक्षा बढ़ाई।
अब घाटी में ड्रोन निगरानी और रात्री गश्त शुरू की गई है।
होटल मालिकों को हर अतिथि का रिकॉर्ड पुलिस को देने का निर्देश मिला है।
केंद्र सरकार ने “सेफ वैली मिशन 2025” शुरू किया है।
इस मिशन के तहत टूरिस्ट इलाकों में आधुनिक सुरक्षा उपकरण लगाए जा रहे हैं।
राजनीतिक और कूटनीतिक असर
भारत सरकार ने इस हमले की तीखी निंदा की।
केंद्र ने पाकिस्तान से जवाबदेही मांगी।
सरकार ने सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को अस्थायी रूप से निलंबित किया।
इसके बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
इस कदम ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सख्त संदेश दिया।
जांच की अगली दिशा
Pahalgam Attack 2025,जांच एजेंसियां अब डिजिटल सबूत खंगाल रही हैं।
कटारी के फोन और चार्जर की फोरेंसिक जांच जारी है।
कॉल रिकॉर्ड और वित्तीय लेनदेन की भी जांच हो रही है।
एजेंसियां यह देख रही हैं कि कहीं किसी स्थानीय NGO या शिक्षा केंद्र का दुरुपयोग तो नहीं हुआ।