क्रॉनिक स्ट्रेस: एक बड़ी चुनौती
Stress and Nutritions, जब शरीर लंबे समय तक तनाव हार्मोन कॉर्टिसोल के संपर्क में रहता है तो इसे क्रॉनिक स्ट्रेस कहा जाता है। इसके असर से चिंता, अवसाद, पाचन संबंधी समस्याएं, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, नींद की समस्या और याददाश्त कमज़ोर होने जैसी परेशानियां बढ़ सकती हैं।
तनाव क्यों होता है?
Stess and Nutritions,तनाव के कारण अलग-अलग हो सकते हैं, जैसे:
- समय सीमा पूरी करने का दबाव
- जीवन में बड़े बदलावों की योजना
- ज़िम्मेदारियाँ जो भारी पड़ सकती हैं
- अनिश्चित या अज्ञात परिस्थितियों का सामना
तनाव और पोषक तत्व
तनाव केवल मन को ही नहीं बल्कि शरीर के पोषण संतुलन को भी बिगाड़ देता है। उच्च तनाव के दौरान शरीर को कुछ पोषक तत्वों की अधिक आवश्यकता होती है।
- मैग्नीशियम (Magnisium)
तनाव के समय मैग्नीशियम का स्तर कम हो जाता है, जिससे मांसपेशियों और नसों पर दबाव बढ़ता है।
यह शरीर को रिलैक्स करने में मदद करता है।
कमी से थकान और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है।
- आयरन (Iron)
अत्यधिक तनाव आयरन स्तर घटा सकता है, खासकर महिलाओं और बच्चों में।
आयरन की कमी से खून की कमी, थकान और बाल झड़ने जैसी समस्याएं होती हैं।
आयरन सप्लीमेंट और संतुलित आहार से इसकी कमी पूरी की जा सकती है।
- जिंक(zinc)
तनाव जिंक के स्तर को कम कर देता है।
जिंक की कमी से घाव भरने में देर, मानसिक थकान और बाल झड़ने की समस्या हो सकती है।
जिंक सप्लीमेंट तनाव कम करने में सहायक है।
- विटामिन C (Vitamin C)
तनाव के दौरान कॉर्टिसोल बढ़ने से विटामिन C की खपत ज़्यादा हो जाती है।
इसकी कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है और संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
विटामिन C तनाव से लड़ने और इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाता है।
Stress and Nutritions तनाव कम करने के प्राकृतिक उपाय
संतुलित आहार:(Proper diet) हरी सब्ज़ियां, फल, साबुत अनाज और मेवे खाएँ।
नियमित व्यायाम: (Regular Exercise)योग, वॉकिंग और मेडिटेशन से तनाव घटता है।
नींद: (sleep) रोज़ाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना ज़रूरी है।
हाइड्रेशन: (Hydration) पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर स्वस्थ रहता है।
सकारात्मक सोच: (Positive thinking)छोटी-छोटी चीज़ों में खुशी ढूँढना तनाव से लड़ने का सबसे अच्छा तरीका है।