UIDAI, नई दिल्ली:
अब माता-पिता को अपने बच्चों का आधार कार्ड अपडेट करवाने के लिए लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने एक नया कदम उठाया है जिसके तहत अब बच्चों का आधार सीधे उनके स्कूल में ही अपडेट किया जा सकेगा। यह फैसला बच्चों के डॉक्युमेंट्स में पारदर्शिता और सटीकता लाने की दिशा में एक बड़ा और सहूलियत भरा कदम माना जा रहा है।
स्कूलों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण
UIDAI ने देशभर के स्कूलों को निर्देशित किया है कि वे आधार अपडेट प्रक्रिया के लिए विशेष आधार सुविधा केंद्रों के साथ समन्वय करें। कुछ स्कूलों को ऑन-साइट किट्स और कर्मचारियों को भी ट्रेंड किया जाएगा ताकि छात्र के नाम, पता, जन्मतिथि जैसी सूचनाएं तुरंत अपडेट की जा सकें।
किन छात्रों के लिए फायदेमंद?
जिन बच्चों का आधार 5 वर्ष या 15 वर्ष की उम्र में अपडेट होना जरूरी होता है। स्कूल एडमिशन, स्कॉलरशिप, सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए आधार की सटीकता आवश्यक है। ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों को इससे विशेष लाभ मिलेगा।
प्रक्रिया कैसे होगी?
- स्कूल बच्चों और अभिभावकों को एक नोटिस के माध्यम से सूचित करेगा।
- तय तारीख पर आधार अपडेट टीम स्कूल में पहुंचेगी।
- छात्रों की जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, पता आदि की पुन: पुष्टि की जाएगी।
- फिंगरप्रिंट और फोटो अपडेट के लिए बायोमेट्रिक किट का उपयोग होगा।
- अपडेट पूरा होने पर छात्रों को रसीद दी जाएगी।
माता-पिता को क्या करना होगा?
बच्चे की पुरानी आधार कॉपी और स्कूल ID कार्ड साथ लाना होगा।
यदि कोई डॉक्युमेंट बदल गया हो (जैसे पता), तो उसका प्रमाण भी देना होगा।
5 और 15 साल की उम्र में अपडेट कराना अनिवार्य है।
निष्कर्ष
UIDAI की यह पहल शिक्षा व्यवस्था को आधार डेटा से जोड़ने और दस्तावेजों की सटीकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होगी। इससे अभिभावकों को भी राहत मिलेगी और बच्चों के सरकारी रिकॉर्ड अधिक भरोसेमंद बन सकेंगे।